प्रकथन
"आज का विचार" नामक इस आर्टिकल में जो विचार प्रस्तुत किए गए है वे मूलत: प्रेरणादायक विचारों को एकत्र कर प्रकाशित किया जा रहा है/ इससे पाठकों को किसी विशेष मनोवृति के लिए अनुकूल विचार पर चिंतन करने का अवसर सुलभ हो सकेगा/
इन श्रेष्ठ विचारों की प्रेरणा प्रदान करने के लिए ये ऐसे शब्द है जो न तो कभी पुराने होंगे और नही इनकी सत्यता पर समय का परभाव पडेगा/
प्रस्तावना
विचार मन का भोजन हैं। प्रतिदिन एक नया विचार ताजा भोजन के समान है जो मन को स्वस्थ तथा जीवन के प्रति उत्साहपूर्ण बनाए रखने के लिए आवश्यक पोषण तथा प्रेरणा प्रदान करेगा। आज के समय, जबकि विघटन व अव्यवस्था जोरों पर है, इसकी बहुत ज़रूरत है।
इस आर्टिकल में हर दिन की अपनी विशेषता बताई गई है : सोमवार शान्तिमय, मंगलवार प्रेमपूर्ण, बुधवार शक्तिमय, गुरुवार ज्ञानयुक्त, शुक्रवार पवित्र, . शनिवार दयामय, रविवार परमानन्दमय।
प्रत्येक दिन के लिए भरपूर विचार सुलभ हैं जिनमें से अपनी इच्छानुसार चुनकर अपने मन को आनन्दित कर सकते हैं। इसकी सर्वोत्तम श्रेणी की खुराक के रूप में अनुशंसा की जाती है।
#1 परम-आनन््द
हमे अनेक प्रकार के इन्द्रिय सुखो का ज्ञान है जैसे हवा के झोको की मस्ती मे खो जाना, नयनो से चमक-दमक वालो वस्तुए देखना, कानो से मधुर सगीत सुनना, जिद्ठा से मौसम का पहला फल चखना आदि। परन्तु एक ऐसा सुख भी है जो इन सब इच्द्रिय सुखो से श्रेष्ठ व हसी-मजाक से भो बढ़कर है यही परमानन्द है।
एकान्त मे मौन स्थिति मे, विचारो को अन्दर की ओर मोड़कर, शान्ति के स्वरो को सुनना, तत्पश्चात् विचारों को भौतिक सीमाओ के पार ले जाकर दिव्यता, शान्ति व पवित्रता के अनुरूप कर परमानन्द स्वरूप परमपिता परमात्मा के साथ मिलन मनाना, शान्तिमय होकर उनकी शान्ति का अनुभव करना, प्रेम स्वरूप होकर उनके प्रेम का अनुभव करना और परमानन्द स्वरूप हो उनके परमानन्द की अनुभूति करना, यही परमानन्द है।
इस आर्टिकल मे ऐसी परमानन्दमयी स्थिति की अनुभूति के लिए कुछ विचार प्रस्तुत है।
Good nice though 😊
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